भीलवाड़ा, स्थानीय संगम विश्वविद्यालय, भीलवाड़ा में कला एवं मानविकी संकाय, भूगोल विभाग के सहायक आचार्य अभिषेक श्रीवास्तव ने ‘‘भीलवाड़ा जिले में पयर्टन की वस्तुस्थिति एवं विकास की संभावनाओं का भौगोलिक अध्ययन’’ नामक विषय पर पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। शोध का उद्देश्य भीलवाड़ा जिले को प्रदूषण रहित उद्योग तथा वस्त्र एवं खनन उद्योग से रोजगार के तीसरे विकल्प के रूप में पयर्टन उद्योग का विकल्प उपलब्ध कराना रहा।
यह उपाधि उन्होंने शोध पयर्वेक्षक डाॅ॰ लोकेश कुमार त्रिपाठी एवं सह-शोध पयर्वेक्षक प्रो॰ (डाॅ॰) कमलकान्त शर्मा के कुशल निदेर्शन में पूर्ण की। इसी क्रम में गौरव शर्मा को संगम यूनिवर्सिटी ने पीएचडी की उपाधि प्रदान की है। उन्होंने अपना शोध कार्य डॉ. अर्चना अग्रवाल, प्रोफेसर, इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के निर्देशन में पूर्ण किया है। उनका शोध विषय “विभिन्न इनपुट अनुक्रम के साथ ऑप्टिकल फाइबर में विभिन्न फैलाव क्षतिपूर्ति तकनीक के लिए प्रदर्शन विश्लेषण” रहा है। संगम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो॰ (डाॅ॰) करुणेश सक्सेना, प्रो वाइस चांसलर प्रो॰ (डाॅ॰) मानस रंजन पाणिग्रही, रजिस्ट्रार प्रो॰ (डाॅ॰) राजीव मेहता, रिसर्च डीन प्रो॰ (डाॅ॰) राकेश भण्डारी के प्रति आभार व्यक्त किया।