ऐसे जियो जैसे कि तुम कल मरने वाले हो,ऐसे सीखो की तुम हमेशा के लिए जीने वाले हो–प्रो करुणेश सक्सेना”
पारुल यूनिवर्सिटी की अंतराष्ट्रीय कांफ्रेंस में महात्मा गांधी की विचारधारा को जीवन में उतारने का दिया विशिष्ठ अतिथि उद्बोधन
वडोदरा गुजरात स्तिथ पारुल यूनिवर्सिटी में अंतराष्ट्रीय कांफ्रेंस में अपने विशिष्ठ अतिथि उद्बोधन में संगम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो करुणेश सक्सेना ने अपने विचार रखे ।”इनविजनिंग द फ्यूचर ऑफ़ कॉमर्स” शीर्षक पर आधारित अंतराष्ट्रीय कांफ्रेंस के उद्घाटन समारोह में कुलपति संगम विश्वविद्यालय प्रो करुणेश सक्सेना ने शुरुआत में में कहा की व्यक्ति अपने जीवन में उतना ही कमाता है जितना वह सीखता है तथा जीवन को हर किसी के सीखने का संस्थान बताया।प्रो सक्सेना ने फ्यूचर ऑफ़ कॉमर्स तथा इंफॉर्मेशन कम्युनिकेशन एवं तकनीक को भी समझाया। ऐलान मस्क द्वारा दी गई न्यूरालिंक रोगी तकनीक जिसमे ब्रेन चिप प्रत्यारोपण को ब्रेन-कंप्यूटर इंटरफेस (बीसीआई) में क्रांति बताया ।नेनोटेक्नोलॉजी,आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस,डाटा साइंस आदि के योगदान को बताया। प्रो सक्सेना ने छात्रों को महात्मा गांधी के विचारधारा को जीवन में जीने का आग्रह किया की ऐसे जियो जैसे कि तुम कल मरने वाले हो, ऐसे सीखो की तुम हमेशा के लिए जीने वाले हो। इस अवसर पर प्रोफेसर प्रताप सिंह चौहान,कुलपति गोविंद गुरु यूनिवर्सिटी गोधरा, प्रो अमित जैन,कुलपति एमिटी यूनिवर्सिटी जयपुर आदि उपस्थित थे।