सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) द्वारा अंतर्राष्ट्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम दिवस के अवसर पर नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में ‘उद्यमी भारत-एमएसएमई दिवस’ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में एमएसएमई केंद्रीय मंत्री श्री नारायण राणे और केंद्रीय राज्य मंत्री श्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने मंत्रालय द्वारा आयोजित आईडिया हैकथॉन 2.0 के विजेताओं की सूची में राजस्थान से कुल 7 आईडिया चयनित हुए जिसमे संगम यूनिवर्सिटी भीलवाड़ा, आईआईटी जोधपुर और एमयु जयपुर का चयन हुआ। योजना के लिए अनुमोदित मेजबान संस्थानों (एचआई) को एमएसएमई कार्यालय द्वारा समर्थित किया जाएगा इनक्यूबेटीज़ के चयनित विचारों को 15 लाख रु.तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। संगम यूनिवर्सिटी ने पिछले कुछ वर्षों में उद्यमिता और छात्रों की कौशल विकास हेतु बहुत कार्यक्रम आयोजित किये है। छात्रों की सुविधा हेतु मार्च 2023 में संगम ग्रुप के अध्यक्ष और सफल उद्यमी रामपाल सोनी ने नवीनतम टेक्नोलॉजी युक्त बिज़नेस इन्क्यूबेशन सेंटर का उद्घाटन किया । यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो करुणेश सक्सेना ने विजेता छात्रों और केंद्र को बधाई देते हुए विश्वविद्यालय के द्वारा द्वारा छात्रों को हर अवसर देने की प्रतिबद्धता को दोहराया। डॉ सक्सेना ने छोटे उद्योगों की महत्ता को बताते हुए कहा की भारत में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में लगभग 30% का योगदान एमएसएमई का रहता है। संगम यूनिवर्सिटी के छात्र नमन व्यास और उनके साथी वैभव आचार्य ने यह आईडिया प्रस्तुत किया। इस आईडिया में छात्रों ने ऑगमेंटेड रियलिटी और वर्चुअल रियलिटी को केंद्र में रखते हुए अपने उद्यम को स्थापित करने की पेशकश की। संगम यूनिवर्सिटी को मेजबान संस्थान (एचआई) और बिजनेस इनक्यूबेटर (बीआई) के तौर पर स्थापित करने के उद्देश्य को बताते हुए यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार प्रो डॉ राजीव मेहता ने भविष्य में भी भीलवाड़ा के युवाओं को संगम यूनिवर्सिटी द्वारा उद्यमिता के क्षेत्र में हर संभव मदद की बात कही। संगम यूनिवर्सिटी भीलवाड़ा द्वारा बनाये गए कौशल और उद्यमिता केंद्र के डिप्टी डायरेक्टर डॉ मनोज कुमावत की अध्यक्षता में बनी समिति ने इस आईडिया हैकथॉन का कार्यभार तीन महीनो में पूरा किया। डॉ कुमावत ने सेंटर द्वारा किये जा रहे गूगल सर्टिफिकेशन प्रोग्राम और छात्रों की उद्यमिता कौशल को बनाए हेतु किये जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी। समिति में डॉ अर्चना अग्रवाल, डॉ विकास सोमानी , श्री अजय सुवालका, डॉ चिन्मय, डॉ रेखा, डॉ अवनीत, श्री विक्रम, डॉ अमित और विभ्भिन क्षेत्रों के विशेषज्ञ श्री विकास जैन, श्रीमती पूर्व जिंदल, श्री राहुल शांडिल्य और श्री गौरव चौधरी का सहयोग रहा।एमएसएमई के दिशानिर्देश अनुसार अब संगम यूनिवर्सिटी बिज़नेस इन्क्यूबेशन सेंटर चयनित आईडिया को स्थान, उपकरण, प्रयोगशाला प्रदान करेंगेऔर व्यावसायिक गतिविधियों के लिए अपने विचारों के पोषण के लिए इनक्यूबेटी को सभी प्रकार की सहायता उपलब्ध करवाएंगे।
हैकथॉन और बिज़नेस इन्क्यूबेशन क्या है?
एमएसएमई आइडिया हैकथॉन का प्राथमिक उद्देश्य इनक्यूबेटरों के माध्यम से एमएसएमई के उद्यमशीलता और प्रबंधकीय विकास के लिए सहायता प्रदान करना है।
मेजबान संस्थान (एचआई): वह संस्थान जो बिजनेस इनक्यूबेटर स्थापित करता है और नए नवीन विचारों के पोषण के लिए बुनियादी ढांचागत और तकनीकी सुविधाएं प्रदान करता है, मेजबान संस्थान (एचआई) कहलाता है।
बिजनेस इनक्यूबेटर (बीआई): एचआई में स्थित एक विशिष्ट स्थान/कार्यशाला जिसमें इनक्यूबेटी के विचार को पोषित करने की सुविधाएं होती हैं, उसे बिजनेस इनक्यूबेटर कहा जाता है।
इस प्रतियोगिता के 4 चरण रहे –
चरण 1: मेजबान संस्थानों द्वारा मूल्यांकन
चरण 2: एमएसएमई मंत्रालय द्वारा मूल्यांकन
चरण 3 – कार्यक्षेत्र विशेषज्ञ चयन समिति (डीईएससी) द्वारा विचारों का चयन
चरण 4: परियोजना निगरानी एवं सलाहकार समिति द्वारा अंतिम चयन
प्रति आइडिया को एचआई के माध्यम से 15 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता और संबंधित संयंत्र और मशीनों के लिए एक करोड़ रुपये प्रदान किए जाएंगे।