संगम विश्वविद्यालय के लिए गर्व का क्षण, एम.एससी. जियोइन्फॉर्मेटिक्स के छात्रों ने भारतीय रिमोट सेंसिंग संस्थान (आईआईआरएस) द्वारा संचालित इसरो आउटरीच पाठ्यक्रमों को सफलतापूर्वक पूरा करके संस्थान को प्रतिष्ठित किया है। इस उपलब्धि को प्रमाण पत्र वितरण समारोह के साथ मनाया गया, जहां छात्रों को विश्वविद्यालय के सम्मानित गणमान्य कुलपति प्रो. करुणेश सक्सेना, प्रो-कुलपति प्रो. मानस पाणिग्रही, डीन प्रो. प्रीति मेहता द्वारा सम्मानित किया गया। रजिस्ट्रार प्रोफेसर राजीव मेहता ने इन सम्मानित छात्रों को उनकी असाधारण उपलब्धि के लिए बधाई दी और सराहना की। छात्रों ने कड़ी मेहनत करके 80 घंटे के पाठ्यक्रम को पूर्ण कर परीक्षा के माध्यम से प्रमाण पत्र प्राप्त किए। जियोइंफॉर्मेटिक्स विभाग के प्रमुख डॉ. लोकेश कुमार त्रिपाठी ने छात्रों को हार्दिक बधाई और प्रेरणा दी। डॉ. त्रिपाठी, जो इसरो आउटरीच कार्यक्रम के समन्वयक है, इन्होने छात्रों को आईआईआरएस, इसरो द्वारा एडुसैट आउटरीच कार्यक्रम के तहत आयोजित ऐसे पाठ्यक्रमों में नामांकन के लिए प्रोत्साहित किया और संगम विश्वविद्यालय को एडुसैट आउटरीच कार्यक्रम के नोडल केंद्रों में से एक के रूप में पंजीकृत कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह स्वीकृति न केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए डॉ. त्रिपाठी के समर्पण को रेखांकित करती है, बल्कि अपने छात्रों को अत्याधुनिक शैक्षिक अवसरों तक पहुंच प्रदान करने के लिए संगम विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को भी उजागर करती है। इस अवसर पर विभाग की सह प्राध्यापक मोनिका जैन और डॉ. नितिका भी उपस्थित रहे।