संगम विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय समाज रक्षा संस्थान (एनआईएसडी), सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार प्रायोजित एक दिवसीय कार्यक्रम में छात्रों को नशे से दूर रहने की सीख देते हुए राजकीय भीलवाड़ा मेडिकल कॉलेज, मनोचिकित्सा विभाग प्रमुख डॉ वीरभान चंचलानी ने आज के तनाव भरे जीवन में खुश रहने को पहली प्राथमिकता बताया। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रोफेसर राजीव मेहता ने संगम विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों के सम्पूर्ण विकास और जीवन उपयोगी शिक्षा के क्षेत्र में किये गए कार्यों का ब्यौरा दियाI
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ वीरभान चंचलानी ने छात्रों से बातचीत के माध्यम से नशे से जुड़े भ्रामक प्रचार, सामाजिक परेशानियों के बारे में चर्चा की। आज के तनाव भरे जीवन में खुद को खुश और स्वस्थ रखने के लिए परिवार, मित्र और अपनी ईमानदारी से की गयी मेहनत को डॉ चंचलानी ने सफलता का सूत्र बताया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ मनोज कुमावत,डिप्टी डायरेक्टर, कौशल और उद्यमिता केंद्र, संगम विश्वविद्यालय ने बताया की विश्वविद्यालय ने भीलवाड़ा और उदयपुर में कुल पांच कार्यक्रमों के द्वारा ६५० से ज्यादा छात्र छात्रों को नशे के दुष्परिणाम और स्वस्थ जीवन कौशल के बारे में बताया गया। इन कार्यक्रमों में मनोविज्ञान चिकित्स्कों, सामाजिक संस्थाओं का सहयोग रहा। कार्यक्रम में डॉ अनुराग शर्मा, प्रमुख, ट्रेनिंग -प्लेस्मेंट ने छात्रों को जीवन कौशल और अपने परिवार के साथ संवाद का महत्व बताया । कार्यक्रम में संगम विश्वविद्यालय के डीन रिसर्च डॉ राकेश भंडारी, डॉ प्रवीण सोनी, डॉ ऋतू राठौड, डॉ ऋतुराज सिंह, शशांक शेखर सिंह का सहयोग रहा |