संगम यूनिवर्सिटी भीलवाड़ा के छात्र-छात्राओं द्वारा हमीरगढ़ इको पार्क में पादपो व जंतुओं का विस्तृत अध्ययन किया गया| एक दिवसीय भ्रमण का आरंभ संस्था के स्कूल आफ बेसिक एंड अप्लाइड साइंस के डीन प्रोफेसर डॉ प्रीती मेहता द्वारा किया गया। उन्होंने छात्र-छात्राओं को फील्ड में प्रैक्टिकल वर्क करने पर जोर दिया|रिसर्च स्कॉलर जयंत शर्मा, श्रेया शेखावत तरंग ओझा ने कई एंडेंजर्ड वर थ्रेटेनेड पादप प्रजातियों का संग्रहण किया। यह पादप प्रजातियां पहली बार इस क्षेत्र से एकत्रित की गई है जिसके सैंपल को लेबोरेटरी में टैक्सनॉमिक पद्धति के आधार पर अध्ययन किया जाएगा। डॉ शाहदाब हुसैन ने एमएससी व बीएससी के विद्यार्थियों को पादप के औषधीय गुणों, उनके जीवन चक्र आवास, स्वभाव तथा पहचान की कुंजियां के बारे में विस्तृतता से जानकारी दी। इस भ्रमण के दौरान डॉ शादाब हुसैन एवं डॉ मनोज जोशी के निर्देशन में छात्र-छात्राओं ने जंगल में लेपर्ड की पद चिन्ह को भी चित्रित किया गया एवं इको पार्क में लेपर्ड की उपस्थिति की पुष्टि की गई| डॉ मनोज जोशी ने एमएससी जूलॉजी के विद्यार्थियों को कई प्रकार के इंसेंट की प्रजातियां का अध्ययन करवाया तथा साथ ही उनके नमूने भी एकत्रित किये। इसी क्रम में कुछ विद्यार्थियों ने क्वाड्रेट पद्धति के आधार पर अपने प्रयोग भी किये।वनस्पति विज्ञान विभाग की डॉ गुणमाला गुगलिया, रीना मोदी ने भी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया तथा कवक व अन्य पादप समूह के नमूने एकत्रित किए।भौतिक विज्ञान विभाग के डॉ विक्रम सिंह भाटी द्वारा पर्यावरण प्रदूषण से संबंधित कई प्रकार की जानकारी एकत्रित की तथा पादपो पर होने वाले दुष्परिणाम का अध्ययन किया।बीएससी व एमएससी के विद्यार्थियों ने पादपो व जंतुओं का विस्तृत अध्ययन किया तथा नमूने एकत्रित किये।