संगम विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर और जियोइन्फॉर्मेटिक्स विभाग के प्रतिष्ठित प्रमुख डॉ. लोकेश कुमार त्रिपाठी को आईआईटी बॉम्बे द्वारा प्रतिष्ठित नेशनल जियोस्पेशियल फैकल्टी फेलो अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान 15 सितंबर, 2024 को ओपन सोर्स जीआईएस दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय भू-स्थानिक पुरस्कार 2024 (संस्करण 01) के दौरान प्रदान किया । यह आयोजन शिक्षा के लिए नि:शुल्क/मुक्त ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर प्रोजेक्ट का हिस्सा है, जो कि IIT बॉम्बे की एक पहल है, जो भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा मिशन के तहत आयोजित किया गया। राष्ट्रीय भू-स्थानिक पुरस्कारों का उद्देश्य उन पेशेवरों को पहचानना है जिन्होंने भारत में भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी की उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस कार्यक्रम को ओपन-सोर्स भू-स्थानिक और जीआईएस उपकरणों के लिए समर्पित दिवस के रूप में मनाया गया, जो इस क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने वाले समर्थकों पर ध्यान केंद्रित करता है। पुरस्कारों के इस पहले संस्करण में डॉ. त्रिपाठी के असाधारण नेतृत्व और भू-सूचना विज्ञान में योगदान को स्वीकार किया गया, जो अकादमिक और पेशेवर भू-स्थानिक समुदाय में एक विचारशील लीडर के रूप में उनकी भूमिका को रेखांकित करता है। इस अवसर पर संगम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर करुनेश सक्सेना , उप कुलपति प्रो. मानस रंजन पाणिग्रही एवं रजिस्ट्रार प्रो. राजीव मेहता ने डॉ. त्रिपाठी की उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए सराहना करते हुए उन्हें हार्दिक बधाई दी। उन्होंने उनकी मान्यता पर गर्व व्यक्त किया और उन्हें भारत में भू-स्थानिक शिक्षा और अनुसंधान में सबसे आगे रहने के विश्वविद्यालय के मिशन को आगे बढ़ाते हुए, अपने अग्रणी काम को जारी रखने के लिए प्रेरित किया। यह पुरस्कार भू-सूचना विज्ञान के क्षेत्र में डॉ. त्रिपाठी के समर्पण और जुनून का प्रमाण है, जो शिक्षा और अनुसंधान में अत्याधुनिक भू-स्थानिक प्रौद्योगिकियों को एकीकृत करने के व्यापक राष्ट्रीय लक्ष्यों को दर्शाता है।