भीलवाड़ा , स्थानीय संगम विश्वविद्यालय के शोध विभाग ने तीन दिवसीय शोध कार्यशाला का आयोजन स्थानीय विषय शोध पर्यवेक्षकों हेतु किया गया। विश्वविद्यालय के रिसर्च डीन प्रोफ़ेसर राकेश भंडारी ने बताया कि शोध पर्यवेक्षक के शोध गुणवत्ता विकसित करने हेतु शोध कार्यशाला में शोध गुणवत्ता का विकास कैसे किया जाए,इस विषय को केंद्र में रख कर इस तीन दिवसीय शोध कार्यशाला स्किल अप 2024 का आयोजन किया गया ।रजिस्ट्रार प्रो राजीव मेहता ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।पहले दिन उद्घाटन में मुख्य वक्ता प्रो.दरीयाव सिंह चुंडावत, वाइस चेयरमैन राजस्थान स्टेट हायर एजुकेशन काउंसिल जयपुर ने शोध से सम्बन्धित विभिन्न पहलुओं पर प्रासंगिक उद्बोधन दिया तथा अच्छे शैक्षणिक शोध का फ्रेमवर्क बताया।द्वितीय सत्र में कुलपति प्रो करूणेश सक्सेना द्वारा प्रश्नोत्तरी शैली में उद्बोधन किया गया शोधार्थी और पर्यवेक्षक के बीच विश्वास,मनोबल,कनेक्ट आदि के बारे में बताया।कार्यशाला के दूसरे दिन उप कुलपति प्रो मानस रंजन पाणिग्रही ने शोध ,वैज्ञानिक शोध ,शोध कंटेंट,शोध प्रकार आदि के बारे में बताया।चौथे सत्र में मुख्य वक्ता प्रो. निशांत जोशी,डीन प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट रिसर्च ने धारा प्रवाह अपने उद्बोधन में शोधार्थी और शोध पर्यवेक्षक के संबंधों पर अपने विचार व्यक्त किए साथ ही उत्कृष्ट अनुसंधान कैसे किया जा सकता है विषय पर अपने विचार व्यक्त किए ।संचालन शोध डेप्युटी डीन प्रो. अर्चना अग्रवाल,डा अवधेश जोहरी ने किया।शोध विभाग से विशाल यादव,दिव्या खेत्रपाल ने कार्यक्रम को सफल बनाया।