भीलवाड़ा , स्थानीय संगम विश्वविद्यालय के शोध विभाग ने पांच दिवसीय शोध कार्यशाला का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के रिसर्च डीन प्रोफ़ेसर राकेश भंडारी ने बताया कि विश्वविद्यालय के रिसर्च स्कॉलर के शोध गुणवत्ता विकसित करने हेतु शोध कार्यशाला में शोध गुणवत्ता का विकास कैसे किया जाए, विषय पर पांच दिवसीय शोध कार्यशाला का आयोजन किया गया।प्रथम दिन उद्घाटन अवसर पर प्रोफेसर जी सोरल द्वारा शोध प्रपोजल निर्माण पर अपने विचार रखे।उद्घाटन अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो करुणेश सक्सेना,प्रो वीसी मानस रंजन पाणिग्रही, रजिस्ट्रार प्रो राजीव मेहता,सभी विभाग के डीन उपस्थित थे। कार्यशाला के दूसरे दिन उप कुलपति प्रोफेसर मानस रंजन पाणिग्रही ने सिनॉप्सिस तैयारी पर विचार रखे, जिसके बाद कुलपति प्रोफेसर करुणेश सक्सेना ने परीक्षा की तैयारी के लिए व्यावहारिक सुझावों पर विचार रखे। डॉ. राकेश भंडारी ने शोध डिजाइन के सिद्धांतों पर सत्र लिया, जिसके बाद प्रोफेसर विनेश अग्रवाल ने डेटा संग्रह और विश्लेषण पर सत्र लिया, डा विकास सोमानी ने आईसीटी लैब पर सत्र लिया तथा अच्छे शैक्षणिक शोध का फ्रेमवर्क बताया। कार्यशाला के तीसरे दिन प्रोफेसर केके शर्मा ने साहित्य समीक्षा और डॉ. तनुजा ने शोध समस्या निर्माण एवं विधि पर सत्र लिया।दोपहर के समय छात्रों को चित्तौड़गढ़ किले के भ्रमण के लिए ले जाया गया।अगले दो दिनों तक डिप्टी डीन रिसर्च प्रोफेसर अर्चना अग्रवाल द्वारा नैतिकता और निष्कासन पर सत्र लिया गया और डॉक्टर किरण सोनी ने रिसर्च के लिए एसपीएसएस टूल के उपयोग पर सत्र लिया। शोध विभाग से विशाल यादव,दिव्या खेत्रपाल ने कार्यक्रम को सफल बनाया।