‘पुस्तकालय के ज्ञान सागर को मोती जैसा उपयोगी बनाता है लाईब्रेरियन’’ – प्रो.करूणेश सक्सैना
भीलवाड़ा, 16 जून 2023। पुस्तकालय के ज्ञान के अथाह सागर को व्यवस्थित कर वक्त जरूरत उपयोग लायक बनाने में लाईब्रेरियन्स महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। वो ज्ञान सागर में से उपयोगी मोती निकालकर ज्ञान अभिवृद्धि को उत्प्रेरित करते है। यह उद्गार संगम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. करूणेश सक्सैना ने विश्वविद्यालय परिसर में आज 16 जून से आयोजित हो रहे ‘‘इमरजिंग ट्रेण्ड्स इन लाईब्रेरी साइंस’’ विषयक तीन दिवसीय पुनश्चर्या कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए व्यक्त किए। विशिष्ट अतिथि संस्थान के रजिस्ट्रार प्रो.राजीव मेहता ने कहा कि वर्तमान डिजिटल युग में सभी पुस्तकालय सेवाओं का हाईटेक होना समय की मांग है। पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डा.अनिल शर्मा ने वर्तमान में पुस्तकालय विज्ञान के उपाधि धारकों की बढ़ती मांग को देखते हुए उनके सुनहरे भविष्य की कामना की। उद्घाटन सत्र के मुख्य वक्ता जोबनेर पी.जी. कालेज के वरिष्ठ लाईब्रेरियन, बोदू राम जाट ने पुस्तकालय की विभिन्न सेवाओं एवं अनुभागों की उपयोगिता पर अपना व्याख्यान दिया। संस्थान के मार्केटिंग हेड डा.अमित जैन ने संस्थान के उत्तीर्ण विद्यार्थियों के सरकारी सेवा में उल्लेखनीय योगदान की जानकारी दी।स्कूल आफ आर्ट्स एवं हयूमेनिटीज के अधिष्ठाता प्रो. कमल कांत शर्मा ने राज्य के शिक्षण संस्थानों में प्रशिक्षित लाईब्रेरियन्स के खाली पदों की सांख्यिकी की जानकारी देते हुए इनके शीघ्र ही नौकरी लगने की संभावना व्यक्त की। संचालन अभिषेक पाराशर ने किया तथा धन्यवाद डा.अवधेश जौहरी ने दिया।