संगम यूनिवर्सिटी आईक्यूएसी और रिसर्च सेल ने सामूहिक रूप से “रिसर्च एथिक्स, टूल्स और अल्टमेट्रिक्स” पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। प्रोफेसर प्रीति मेहता निदेशक आईक्यूएसी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि सत्र का उद्देश्य जिम्मेदार और प्रभावशाली अनुसंधान में योगदान देने वाले आवश्यक घटकों की व्यापक समझ प्रदान करना है। सत्र का उद्देश्य शोधकर्ताओं को नैतिक अनुसंधान को प्रभावी ढंग से संचालित करने के लिए ज्ञान और उपकरणों से लैस करना, कुशल वर्कफ़्लो के लिए अनुसंधान उपकरणों की शक्ति का उपयोग करना और उनके काम के सामाजिक प्रभाव को मापने के लिए ऑलमेट्रिक्स का उपयोग करना है। कुलपति प्रो. करुणेश सक्सेना, टीम आईक्यूएसी और रिसर्च सेल को इस तरह के गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए बधाई दी, और संकाय सदस्यों को गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान के लिए प्रेरित किया।कुलसचिव प्रोफेसर राजीव मेहता ने संगम यूनिवर्सिटी की अनुसंधान संवर्धन नीति, अनुसंधान प्रोत्साहन और पुरस्कारों के बारे में बताया जो संकाय सदस्यों को उनके प्रकाशन के लिए दिए जाते हैं।
कार्यशाला के रिसोर्स पर्सन श्री मनोज कुमार, वरिष्ठ वैज्ञानिक, इनफ्लिबनेट गांधीनगर ने अनुसंधान नैतिकता, उपकरण, सॉफ्टवेयर, अल्टमेट्रिक्स विश्लेषण के बारे में बताया। शैक्षणिक अखंडता हमारे अंदर होनी चाहिए। यह संस्थान की नीतियों और सर्वोत्तम प्रथाओं में प्रतिबिंबित गुणवत्ता को परिभाषित करता है। अच्छा शोध आपके आचरण का तरीका है।प्रोफेसर राकेश भंडारी (डीन रिसर्च) ने बताया कि संगम यूनिवर्सिटी लगातार रिसर्च मापदंडों पर काम कर रही है। पिछले 2 वर्षों में संकायों ने 300 पेपर और 45 पेटेंट प्रकाशित किए।सभी डीन, प्रो. आर.के. सोमानी, प्रो. के.के. शर्मा, प्रो. प्रमोद शर्मा, प्रो. अर्चना अग्रवाल, सभी संकाय सदस्य और अनुसंधान विद्यार्थियों ने हाइब्रिड मोड में भाग लिया।कार्यक्रम का सफल संचालन डाॅ. सीमा काबरा और मेघा व्यास ने किया।