संगम विश्वविद्यालय ने आईआईटी खड़गपुर के मेकइंटर्न्स ई-सेल के सहयोग से आरडीएनए प्रौद्योगिकी और आनुवंशिक इंजीनियरिंग पर तीन दिवसीय कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया। कार्यशाला का उद्घाटन समारोह 10.10.2022 को आयोजित किया गया था। कार्यशाला के लिए संसाधन व्यक्ति डॉ. नरोत्तम शर्मा (वैज्ञानिक और प्रमुख) डीएनए लैब्स- ए सेंटर फॉर एप्लाइड साइंसेज, देहरादून, उत्तराखंड हैं। उन्होंने छात्रों के 3 दिन का व्यावहारिक और सैद्धांतिक सत्र प्रति दिन 6 घंटे लिया। पहले दिन डीएनए, जीनोमिक्स, प्रोटिओमिक्स, आरडीएनए तकनीक और ट्रांसजेनिक जीवों के सिद्धांत का परिचय दिया गया। दूसरे दिन जीन थेरेपी के सिद्धांत, जीन क्लोनिंग और जीवित कोशिकाओं से डीएनए के शुद्धिकरण और पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन का लाइव प्रदर्शन लिया गया। अंतिम दिन डीएनए जेल वैद्युतकणसंचलन के लिए व्यावहारिक सत्र के साथ आरटीपीसीआर का सिद्धांत और लाइव प्रदर्शन किया गया। दूसरे चरण के लिए छात्रों का मूल्यांकन एमसीक्यू आधारित प्रश्नावली और प्रस्तुति के आधार पर किया गया था। अगले दौर के लिए चयन ओझा, देवेश, सोनल सिसोद्या और जयंत शर्मा का चयन किया गया है जो आईआईटी खड़गपुर में आयोजित किया जाएगा। एप्लाइड साइंस की डीन प्रो. प्रीति मेहता ने बताया कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य छात्रों को सर्वोत्तम शिक्षण वातावरण प्रदान करना है और यह एनईपी 2020 के कार्यान्वयन की दिशा में एक कदम है। समापन सत्र में संगम विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रो. करुणेश सक्सेना, संगम विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. राजीव मेहता ने छात्रों को इस तरह के शैक्षणिक आयोजनों में भाग लेने के लिए बधाई दी और प्रोत्साहित किया! इस अवसर पर प्रो. राकेश भंडारी,प्रो. प्रीति मेहता, अनुराग शर्मा आदि उपस्थित थे। संगम विश्वविद्यालय के साथ-साथ राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्रों ने कार्यशाला में भाग लिया।