स वार्ता,25 जुलाई 2024,शैक्षणिक  गतिविधियों में संगम विश्विद्यालय राजस्थान में अग्रणी–प्रो.करुणेश सक्सेना - Sangam University

स वार्ता,25 जुलाई 2024,शैक्षणिक  गतिविधियों में संगम विश्विद्यालय राजस्थान में अग्रणी–प्रो.करुणेश सक्सेना

स वार्ता,25 जुलाई 2024,शैक्षणिक  गतिविधियों में संगम विश्विद्यालय राजस्थान में अग्रणी–प्रो.करुणेश सक्सेना

।।आई.आई.आर.ऍफ़ रैंकिंग में भारत में सेतिसवां और  राजस्थान में तीसरा स्थान के गौरव से गौरवान्वित संगम विश्वविद्यालय। पीआरओ डा राजकुमार जैन ने बताया की

,संगम विश्वविद्यालय भीलवाड़ा के द्वारा सत्र 2023 24 में बहुत बड़ी उपलब्धियां हासिल की गई है। इसी क्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर करुणेश सक्सेना ने प्रेस वार्ता में संबोधित करते हुए बताया की भारत के आई.आई.आर.ऍफ़ रैंकिंग में सेतिसवां और  राजस्थान में तीसरा स्थान के गौरव से गौरवान्वित संगम विश्वविद्यालय  अब सभी क्षेत्रों में  कार्यक्रम में राजस्थान का सिरमौर बन गया है ।

नवीन कोर्स:नए सत्र से  बीएससी नर्सिंग तथा बीएससी जीएनएम कोर्स को इसी सत्र 2024–25 से मान्यता दी गई है।अब भीलवाड़ा के छात्र छात्राएं सभी सुख सुविधा एवं विकल्पों से पूर्ण लैब,100 बेड हॉस्पिटलआदि में नर्सिंग की ट्रेनिंग विश्वविद्यालय द्वारा प्राप्त कर सकेंगे।संगम विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में विश्वस्तरीय पाठ्यक्रम जैसे  फिजियोथेरेपी,शिक्षा प्रौद्योगिकी में एमए,शिक्षा नेतृत्व में पीजी डिप्लोमा,गाइडेंस और काउंसलिंग में डिप्लोमा , संगम ग्रुप द्वारा सपोर्टिंग टैक्टाइल डिप्लोमा जैसे पाठ्यक्रम इस नवीन सत्र 2024-25 से प्रारम्भ किये जा रहे हैं ।

अंतर्राष्ट्रीय प्रमाणन सेवाओं (आईसीएस) से आईएसओ 21001: 2018 और आईएसओ 14001: 2015 प्राप्त हुआ।आईएसओ 2100:2018, शैक्षिक संगठनों की प्रबंधन प्रणाली पर केंद्रित है और सभी शिक्षण-अधिगम पहलुओं और अन्य लाभार्थी आवश्यकताओं और अपेक्षाओं को कवर करता है, यह पर्यावरण प्रबंधन के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त मानक है।

राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय एमओयू:

मलेशिया की प्रमुख दो बड़ी यूनिवर्सिटी से एम ओ यू,दुबई,वियतनाम,बांग्लादेश के विश्वविद्यालय से एमओयू आदि किया गए है।

खेलकूद,एनसीसी, एनएसएस:2023-24 में खेल कूद प्रतियोगिता में उत्कृष्ठ प्रदर्शन रहा ।विश्विद्यालय ने अखिल भारतीय अंतर विश्विद्यालय , दक्षिण- पश्चिम अंतर विश्विद्यालय एवम  पश्चिम क्षेत्र अंतर विश्विद्यालय की विभिन्न खेलो में कुल 22 खेलो में भाग लिया जिसमे कुल 197 खिलाड़ियों ने संगम विश्विद्यालय का प्रतिनिधित्व किया।एनसीसी कैडेट यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम नेपाल में चयन,कई राष्ट्रीय शिविर जैसे थल सेना शिविर, ईबीएसबी,ट्रेकिंग कैंप,राष्ट्रीय शूटिंग प्रतियोगिता में चयन आदि हुआ है। एनएसएस के विद्यार्थियों ने   नेशनल यूथ फेस्टिवल नासिक में राजस्थान दल का प्रतिनिधित्व किया है। संगम विश्वविद्यालय के तीन एनएसए राजस्थान दलराष्ट्रीय शिविरो में श्रेष्ठता दिखाई है।

विश्वविद्यालय के बीटेक छात्र स्वर्णिम माहेश्वरी ने एनपीटीईएल परीक्षा में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है।

कामकाजी पेशेवरों को सशक्त बनाने और उनके निरंतर विकास को बढ़ावा देने के लिए, संगम विश्वविद्यालय द्वारा एमडीपी कार्यक्रम की शुरुआत की गई है।हमारा लक्ष्य सैद्धांतिक ज्ञान और व्यावहारिक अनुप्रयोग के बीच अंतर को पाटना है। इस तरह के एमडीपी उनके दैनिक कार्यों के लिए महत्वपूर्ण हैं।

 भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस), मानव मूल्यों और नैतिकता, प्राचीन भारतीय खगोल विज्ञान के तत्वों को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है।    यूजीसी का आदेश है कि उच्च शिक्षा संस्थानों में 5% पाठ्यक्रम में आईकेएस शामिल होना चाहिए। इस प्रयास का उद्देश्य पारंपरिक और समकालीन ज्ञान का मिश्रण करना, समग्र शैक्षिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत पर गर्व को बढ़ावा देना है। संगम विश्वविद्यालय ने भारतीय ज्ञान प्रणाली पर पाठ्यक्रम शामिल करने वाला पहला विश्वविद्यालय बनकर शिक्षा के क्षेत्र में एक अग्रणी कदम उठाया है।

भारत सरकार द्वारा संगम विश्वविद्यालय को 4.33 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट स्वीकृत,क्षेत्र के युवाओं को तकनीकी स्टार्टअप्स हेतु 10 लाख रुपये तक का अनुदान मिलेगा।विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), भारत सरकार से  संगम  विश्वविद्यालय, भीलवाड़ा  के समावेशी तकनीकी इन्क्यूबेशन सेंटर (संगम आई-टीबीआई) को चार करोड़ तेंतीस लाख  रुपये के प्रोजेक्ट की अनुशंसा की गयी है।

पिछले सत्र में लगभग देश की 80 कंपनियों ने विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं को रोजगार दिया है तथा लाखों के पैकेज पर चयन हुआ है।

अकादमिक गुणवत्ता में श्रेष्ठ संगम विश्वविद्यालय,समस्त डिग्री,डिप्लोमा डिग्री भारत सरकार के डीजी लाकर पर उपलब्ध:दसवां दीक्षांत समारोह तक प्रदान की गई विश्वविद्यालय की समस्त ग्रेडशीट, डिग्री ,डिप्लोमा डिग्री ,सर्टिफिकेट कुल 3376 भारत सरकार के डिजिटल लॉकर में अपलोड की जा चुकी है जो विद्यार्थियों के लिए डिजिटल उपलब्ध रहेगी।

एल्युमिनाई एसोसिएशन मीट संपन्न- अहमदाबाद चैप्टर का उद्घाटन हुआ जिससे आपस में छात्र संघटन मजबूत होगा।

अन्य आयोजन:पहली बार माइक्रो कोर्स की अवधारणा शुरू की जिसमे “ड्राफ्टिंग, प्लीडिंग और कन्वेयन्सिंग”पर छह सप्ताह के माइक्रो कोर्स का ओरिएंटेशन प्रोग्राम आयोजित किया गया।एनईपी 2020 (राष्ट्रीय शिक्षा नीति) के कार्यान्वयन पर कार्यशाला का आयोजन,शोध कार्यशाला,राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता का आयोजन, एच आर कॉन्क्लेव जयपुर,छात्रों का अहमदाबाद में प्रतिष्ठित अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो)का ज्ञानवर्धक और समृद्ध भ्रमण,बुजुर्गों की समस्याओं पर दो दिवसीय क्षेत्रीय संगोष्ठी का आयोजन,काॅमन सेन्स विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन ,हाईफ्लायर प्रबंध प्रशिक्षण कार्यक्रम

स्टूडेंट क्लब सोसायटी:संगम विश्वविद्यालय की विभिन्न गतिविधियों हेतु विभिन्न सोसाइटी एवं क्लब जैसे कल्चरल सोसायटी,टेक्निकल सोसाइटी, प्रोफेशनल सोसाइटी , लिटरेरी सोसाइटी ,सोशल एंड ग्रीन सोसाइटी,फाइन आर्ट्स एंड क्राफ्ट सोसाइटी बनाए गए है।

कुलपति प्रोफ़ेसर करुणेश सक्सेना ने बताया की  “भारत ही नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व आज शिक्षा के क्षेत्र में नित नयी चुनौतियों से जूझ रहा है ,अतःइस स्थिति में शिक्षाविदों को  शिक्षा के क्षेत्र में नवचार करना अत्यन्त आवश्क हो जाता है” 

प्रो वाइस चांसलर  प्रोफेसर मानस रंजन पानीगाही  ने बताया कि संगम विश्वविद्यालय ने शोध में एक ऐतिहासिक उपलब्धि प्राप्त करी है जिसके अंतर्गत विश्वविद्यालय की फैकल्टी ने 100 से अधिक पेटेंट पब्लिश किए है।नए पाठ्क्रम से विद्यार्थी शिक्षा क्षेत्र में शैक्षणिक, प्रशासनिक और प्रबंधकीय पेशेवरों को शैक्षिक नेतृत्व के महत्वपूर्ण आयामों को समझने और कौशल, दक्षता  दृष्टिकोण विकसित करने के लिए तैयार हो जाता है , जो शिक्षा जगत में मुखिया के रूप में सशक्त बना सकता है ताकि वे अपने संस्थानों और संगठनों को मजबूत कर सकें और समाज को विकास की ओर ले जाने के लिए शिक्षा प्रणाली को बदलने के लिए नए रास्ते प्रशस्त कर सकें ।  “एन ई पी 2020” के विशेष संदर्भ में शैक्षिक समाज की वर्तमान आवश्यकताओं को क्रियान्वित करना है।

 रजिस्ट्रार प्रो राजीव मेहता ने अंत में सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया तथा सभी संपादक ,पत्रकारों को विश्वविद्यालय का इन्फ्रास्ट्रक्चर परिवर्तन को बताया। पीआरओ डा राजकुमार जैन ने संचालन किया।

पीआरओ 

डा राजकुमार जैन

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