नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 के तहत शुरू किए गए एकेडमिक बैंक आफ क्रेडिट के रजिस्ट्रेशन में जयपुर की डॉ भीमराव अंबेडकर लॉ यूनिवर्सिटी को प्रथम स्थान मिला है ,संगम विश्वविद्यालय की स्थापना सन 2012 से अब तक की सारी डिग्री डीजी लॉकर पर विद्यार्थियों के लिए अपलोड कर दी गई है एवं एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट के तहत संगम विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के रजिस्ट्रेशन में पांचवा स्थान प्राप्त हुआ है। नोडल ऑफिसर एवं संगम विश्वविद्यालय के डेप्युटी रजिस्टार बी एल पारीक ने बताया कि पहले चरण में छात्रों के रजिस्ट्रेशन हुए है तथा अब छात्रों के अंक क्रेडिट किए जाएंगे।छात्रों के सभी रिकॉर्ड का अब डिजिटाइजेशन किया जा रहा है। अभी तक प्रदेश में नेशनल एजुकेशन पॉलिसी लागू करने को लेकर बहुत अधिक काम नहीं हुए हैं, एबीसी इस दिशा में मजबूत कदम बताया जा रहा है। प्रदेश के लगभग 78 संस्थान एबीसी से जुड़े हैं। बी एल पारीक ने एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट की जानकारी देते हुए बताया कि कि यह बैंक अकाउंट की तरह छात्र के अंकों का बैंक होता है तथा सेमेस्टर में हासिल किए जाने वाले अंक इस बैंक में जमा होते हैं एबीसी से छात्र को एक से दूसरे संस्थान में दाखिला लेने में भी सहूलियत होती है ।इस बैंक के माध्यम से मल्टीपल एंट्री और एग्जिट का रास्ता खुल जाता है, छात्र देश के किसी भी संस्थान में दाखिला ले सकता है ।एबीसी में पांचवें पायदान पर आने पर संगम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर करुणेश सक्सेना ,रजिस्टर प्रोफेसर राजीव मेहता , डिप्टी रजिस्ट्रार(एचआर) अनुराग शर्मा आदि ने सभी को बधाई एवं शुभकामना दी।