भीलवाड़ा ,स्थानीय संगम विश्वविद्यालय के फायर एंड सेफ्टी विभाग ने आई क्यू ए सी के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय फायर सेफ्टी, आपदा प्रबंधन एवं प्राथमिक चिकित्सा कार्यशाला का आयोजन किया।फायर सेफ्टी विभागाध्यक्ष जय कालिया ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत में वर्तमान परिप्रेक्ष्य में फायर सेफ्टी, आपदा प्रबंधन एवं प्राथमिक चिकित्सा की जानकारी के महत्व को समझाते हुए इस कार्यशाला के उद्देश्य को स्पष्ट किया ।विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. करुणेश सक्सेना ने बताया कि इस अनिश्चितता के दौर में हमे आपदा के लिए सदैव तैयार रहना चाहिए एवं स्वयं को अनुशाषित करके आने वाली आपदाओं से स्वयं एवं समाज को सुरिक्षत रखने की सोच रखनी चाहिए। कुलसचिव प्रो. राजीव मेहता ने आज के समय मे लापरवाही से होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में होने वाले जोखिम को प्राथमिक चिकित्सा के माध्यम से कैसे कम किया जा सकता है ।जन संपर्क अधिकारी लेफ़्टिनेंट डा राज कुमार जैन ने बताया कि ये कार्य शाला विभिन्न सत्रों में आयोजित की गई जिसमें जेड फ़ॉर सोलुशन के निदेशक अतुल कुमार तरुण ने आपदा प्रबंधन एवं आपदा निकास के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की एवं श्रीमती देवेंद्र कौर ने किसी भी दुर्घटना के पश्चात प्रथमिक चिकित्सा कैसे प्रदान की जाती एवं ये क्यों जरूरी है इस पर विस्तार से एवं प्रायोगिक तरीके से विद्यार्थियों को समझाया।फायर एंड सेफ्टी के विभागाध्यक्ष जय कालिया एवं विक्रम राठौड़ ने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, शैक्षणिक, गैर-शैक्षणिक, सिक्योरिटी एवं मेस आदि के कर्मचारियों को विभिन्न फायर फाइटिंग उपकरणों के उपयोग के प्रायोगिक तरीको को बताया एवं इस अवसर पर संगम विश्वविद्यालय के डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान का अनावरण किया गया तथा इस अवसर पर प्रोफेसर प्रीति मेहता, प्रोफेसर आर के सोमानी, प्रोफेसर विनेश अग्रवाल, प्रोफेसर अर्चना अग्रवाल सहित सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, सहकर्मी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे ।