ज्ञान और प्रायोगिक अनुभव की खोज में,संगम विश्वविद्यालय के भू-सूचना विज्ञान विभाग के छात्रों ने हाल ही में एक शैक्षिक यात्रा में देहरादून के तीन प्रतिष्ठित संस्थानों-भारतीय रिमोट सेंसिंग संस्थान (आई. आई. आर. एस.) वन अनुसंधान संस्थान (एफ. आर. आई.) और वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी का दौरा किया ।आई. आई. आर. एस. मे छात्रों को विशेषज्ञ सत्रों के माध्यम से रिमोट सेंसिंग प्रौद्योगिकी के क्षेत्र जैसे पर्यावरण निगरानी, कृषि, आपदा प्रबंधन और शहरी नियोजन में इसके विविध अनुप्रयोगों और इसके महत्व को गहराई से बताया गया । इस यात्रा ने छात्रों को उपग्रह मॉडल को देखने और समझने, उनके डिजाइन और संचालन की पेचीदगियों को उजागर करने में भी मदद की । एफ. आर. आई. मे छात्रों ने वानिकी की दुनिया में एक समृद्ध विसर्जन का अनुभव किया। संस्थान का संग्रहालय एक कक्षा बन गया, जहाँ विभिन्न प्रकार के वनों, उनके पारिस्थितिक महत्व और वन पारिस्थितिकी तंत्र से संबंधित जटिल विवरणों पर ज्ञान प्रदान किया गया । शैक्षिक यात्रा के अंतिम चरण मे छात्रों को वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी का भी दौरा कराया गया ।संगम विश्वविद्यालय के भू-सूचना विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. लोकेश कुमार त्रिपाठी ने इस यात्रा को व्यवस्थित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, यह सुनिश्चित करते हुए कि छात्रों को उपग्रह इमेजिंग और इसके अनुप्रयोगों के सिद्धांतों और कार्यात्मकताओं की पूरी समझ प्राप्त हो जाए । इस शैक्षिक पहल के महत्व को स्वीकार करते हुए, कुलपति प्रो. करुणेश सक्सेना, प्रो वीसी मानस रंजन,रजिस्ट्रार प्रो. राजीव मेहता और डीन डॉ. प्रीति मेहता ने अपना समर्थन प्रदान किया और उनके प्रोत्साहन ने छात्रों के शैक्षणिक क्षितिज को व्यापक बनाने में इस तरह की यात्राओं के मह्त्व पर जोर दिया।