संगम यूनिवर्सिटी को विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार, नई दिल्ली से आई-टीबीआई (समावेशी प्रौद्योगिकी व्यवसाय इनक्यूबेशन) के लिए चार करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली है। परियोजना के क्रियान्वयन के लिए संगम राइज़ फाउंडेशन (सेक्शन 8 कंपनी) की स्थापना की गयी है। परियोजना को सुविधाजनक बनाने के लिए संगम राइज़ फाउंडेशन के तहत एक गवर्निंग बोर्ड का गठन किया गया है। गवर्निंग बोर्ड की पहली बैठक में संगम समूह के उपाध्यक्ष डॉ एस एन मोदी, संगम राइज फाउंडेशन की डायरेक्टर कृपी सोनी, प्रौद्योगिकी विभाग नई दिल्ली के पर्यवेक्षक डॉ सी एस यादव, संगम यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो करुणेश सक्सेना, केंद्रीय विश्वविद्यालय राजस्थान से डॉ शैलेश पाटीदार, वनस्थली विद्यापीठ से डॉ अभिषेक पारीक, सतीश यादव और डॉ मनोज कुमावत उपस्थित रहे। बोर्ड के अध्यक्ष प्रोफेसर करुणेश सक्सेना ने संगम आई-टीबीआई के बारे में बोर्ड के सदस्यों को प्रस्तुति के माध्यम से परिचित कराया। प्रोफेसर सक्सेना ने कहा कि टीबीआई परियोजना पूरे दक्षिणी राजस्थान के युवाओं को लाभान्वित करेगी। डॉ. एसएन मोदानी ने डीएसटी से पर्यवेक्षक के साथ बातचीत करते हुए क्षेत्र के युवाओं के लिए कल्याणकारी उपायों को बनाए रखने में संगम समूह की प्रतिबद्धता के बारे में बताया। पर्यवेक्षक डॉ सी एस यादव सहित सभी बोर्ड सदस्यों ने इस परियोजना के सफल सञ्चालन हेतु महत्वपूर्ण सुझाव दिए। बोर्ड के सदस्य सचिव और परियोजना के प्रमुख अन्वेषक डॉ मनोज कुमावत ने बताया की राजस्थान के निजी क्षेत्र में बिट्स पिलानी के अलावा संगम यूनिवर्सिटी को यह परियोजना प्राप्त हुई है। वर्तमान में इस परियोजना हेतु मानव संसाधनों के चयन की प्रक्रिया चल रही है।