संगम विश्वविद्यालय भीलवाड़ा में आयोजित दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का सफलतापूर्वक समापन दिनांक 11 मार्च 2025 को हुआ। तृतीय
अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी आईसीएआईआर के दूसरे दिन का प्रारंभ अटल इनक्यूबेशन सेंटर वनस्थली विद्यापीठ निवाई के सीईओ प्रोफेसर अभिषेक पारीक के उद्बोधन के साथ हुआ। प्रोफेसर पारीक द्वारा ट्रांसलेशनल रिसर्च, एमएसएमई, स्टार्टअप्स तथा इन्नोवेशंस इन रिसर्च पर अपने विचार प्रकट किए गए तथा शोधार्थियों से सीधा संवाद किया गया। अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन सत्र में मुख्य अतिथि जिंदल सॉ लिमिटेड भीलवाड़ा के सीनियर जनरल मैनेजर श्री अंशुमन बंदोपाध्याय थे। यूनिवर्सिटी ऑफ़ शारजाह के प्रोफेसर रमेश बंसल समापन सत्र में विशिष्ट अतिथि थे।
श्री अंशुमन बंदोपाध्याय ने अपने उद्बोधन में बताया की पहल करने वाला ही विश्व पर शासन करता है। उन्होंने वर्तमान जीवन पर इंटरनेट के प्रभाव को लेकर अपने विचार प्रकट किए। श्री बंदोपाध्याय के अनुसार छात्रों के जीवन में अवसरों की कहीं कोई कमी नहीं है, आवश्यकता है उन अवसरों को पहचानने की।
संगम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर करुणेश सक्सेना द्वारा अपने जीवन वृत्तांतों के जरिए शिक्षाविदों एवं शोधार्थियों के साथ अपने अनुभव साझा किए गए। प्रोफेसर सक्सेना ने आईटी और एआई का शिक्षा के सभी क्षेत्रों में भरपूर इस्तेमाल किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया। कुल सचिव प्रोफेसर राजीव मेहता द्वारा इस अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी को ज्ञान, शिक्षा और बुद्धिमत्ता के महाकुंभ की संज्ञा दी गई।
प्रो वाइस चांसलर तथा संगोष्ठी समन्वयक प्रोफेसर मानस रंजन पाणिग्रही ने कहा कि हम कहां हैं ? और हमें कहां जाना है ? इन दोनों ही प्रश्नों पर विचार किए जाने की आवश्यकता है।
संगोष्ठी के समापन सत्र में आयोजन सचिव प्रोफेसर राकेश भंडारी द्वारा सार रिपोर्ट का वाचन किया गया जिसमें उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में कुल 220 शोध पत्रों का वाचन आठ चरणों में किया गया।
संगोष्ठी सहायक पार्टनर यमुना मशीन मुंबई,प्रीमियर एवॉलविक्स कोयंबटूर, डिजी हब उदयपुर, केडी लैब इंफ्रा,संगम आई टीबीआई, ए यू बैंक, राजस्थान प्रिंटर्स के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया।
अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के अंत में शोधार्थियों, अविनाश कुमार, रितु राठौड़, अजिता गुप्ता, सुमन लता, अभिलाषा भट्ट, जयश्री, भव्या, भाविका, शशांक शेखर, सुमनालंग को बेस्ट रिसर्च पेपर अवार्ड्स से सम्मानित किया गया। संगोष्ठी की आयोजन उप समन्वयक प्रो विनेश अग्रवाल,सह सचिव प्रोफेसर अर्चना अग्रवाल द्वारा शोधार्थियों, अतिथियों एवं कार्यकर्ताओं का हृदय से आभार व्यक्त किया गया।संचालन डा नेहा शबरवाल, डा नेहा भंडारी ने किया।
(पीआरओ राजकुमार जैन)