संगम विश्विद्यालय के प्रबन्धन विभाग में एसोसिएशन आफ म्युचुअल फंड इन इंडिया के बैनर तले व्यक्तिगत वित्तीय प्रबंधन द्वारा धन सृजन शीर्षक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ संगम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर करूणेश सक्सेना, एवं प्रबंधन विभाग के आचार्य एवं अधिष्ठाता डॉ. विभोर पालिवाल ने द्वीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ मुकेश कुमार शर्मा ने बताया कि य़ह कार्यक्रम प्रबंध एवं वाणिज्य के विद्यार्थियों के वित्तीय प्रबंध में बहुत सहायक सिद्ध होगा। संगोष्ठी के मुख्य वक्ता श्रीमान तेजीश्वर सिंह, उप सचिव, प्रतिभूति आयोगअंतर्राष्ट्रीय संगठन थे जिन्होंने विद्यार्थियों को आने वाले रोजगार अवसरो के बारे मे अवगत कराया। तकनीकी सत्र के मुख्य वक्ता श्रीमान सूर्य कांत शर्मा वरिष्ठ सलाहकार, भारतीय म्यूचुअल फंड संगठन, एवं एम एफ आई ,पूर्व उप महाप्रबंधक, भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड थे। उन्होंने पुराने और नए निवेश तकनीको एवं उनसे संबंधित जोखिमों के बारे में युवा वर्ग को ध्यान देने के लिए कहा और उन्होंने यह भी बताया कि आज निवेशकों को उसके संबंधित जोखिमों को सोच समझकर निवेश करके कम किया जा सकता है। साथ ही म्यूचुअल फंड मे निवेश के तरीके और उनसे संबंधित जानकारी प्रदान की। विभाग के अधिष्ठाता प्रो विभोर पालीवाल ने बताया कि वर्तमान समय में युवा वर्ग को निवेश संबंधी जानकारी होना अति आवश्यक है जिससे वह अपने भविष्य में वित्तीय ढांचा सुदृढ़ कर सके ,साथ ही प्रो पालीवाल ने एसोसिएशन आफ म्युचुअल फंड इन इंडिया के सेमिनार समन्वयक डॉ संजय अग्रवाल का आभार व्यक्त किया और आग्रह किया कि भविष्य में भी विद्यार्थियों को ऐसे अवसर प्रदान करते रहे। इस अवसर पर कुलपति प्रो करूणेश सक्सेना ने अपने उद्दबोधन में कहा कि छात्रों का सर्वागींण विकास इस प्रकार के आयोजन से ही संभव है। कुलपति प्रोफेसर सक्सेना ने अपने उद्दबोधन मे कहा कि इस तरह के कार्यक्रम भविष्य मे और किए जाए जिससे विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय मे पढ़ते हुए ही इस तरह का व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त कर सकें। इस कार्यक्रम का संयोजन डॉ मुकेश शर्म एवं डॉ संदीप चौरसिया ने किया। कार्यक्रम में डॉ. मनोज कुमावत, डॉ. रेखा स्वर्णकार, डॉ. अज़हर शेख़, डॉ तनुजा सिंह , डॉ , डॉ ज्योति दशोरा, सुरभि बिरला, नेहा सभरवाल ,नेहा भंडारी वं अक्षत शर्मा उपस्थित रहे।