भीलवाड़ा,प्रबंध अध्ययन संकाय, संगम विश्विद्यालय के अर्थशास्त्र एवं वित्त उत्कृष्ठता केंद्र के तत्वाधान में डिकोडिंग बजट-2023 विषेशज्ञ वार्ता का आयोजन किया गया। अधिष्ठाता प्रो. विभोर पालीवाल ने बताया कि सत्र के विशिष्ठ अतिथि संगम विश्विद्यालय के कुलपति प्रो. करुणेश सक्सेना तथा वार्ता के विषेषज्ञ देवी अहिल्या विश्विद्यालय, इंदौर के सेवानिर्वित प्रो. गणेश कावड़िया, सीए पियूष पारीक एवं सीए शैलजा तिबरवाल रहे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर करूणेश सक्सेना ने विशेषज्ञों का स्वागत करते हुए विद्यार्थियों को वार्ता में सक्रिय भाग लेने हेतु प्रेरित किया। प्रो. कावड़िया ने विद्यार्थियों को बताया की 9 राज्यों के विधानसभा चुनाव तथा आगामी केंद्रीय चुनाव होने के बावजूद वर्तमान बजट में राजनीतिक वादों की बजाय सुदृढ़ अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ते कदम की झलक दिखी। प्रो. कावड़िया ने बताया की देश का राजकोषीय घाटा घटकर 6.4% हो गया है तथा सरकार के आयगत व्ययों को कम कर पूंजीगत व्यायों को बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है जो की बुनियादी ढांचे के विकास हेतु अतिआवश्यक है। सीए पियूष पारीक ने बजट में युवाओं के लिए स्टार्टअप के रूप में उपलब्ध विभिन्न आयामों पर विस्तृत में चर्चा की तथा युवाओं को उद्यमित्ता की तरफ जाने हेतु प्रेरित किया। सीए शैलजा ने अर्थव्यवस्था में महिलाओं की भूमिका पर विचार व्यक्त करते हुए बजट में विभिन्न कराधान नियमों में आए परिवर्तनों पर प्रकाश डाला। तत्पश्चात विद्यार्थियों ने संसद में बजट सत्र का नाट्य रूपांतरण करते हुए बजट 2023-24 के अहम बिन्दुओं को प्रदर्शित किया। कार्यक्रम के अंत में डॉ. मुकेश शर्मा ने विशिष्ठ अतिथि एवं विशेषज्ञों को धन्यवाद ज्ञापित किया। सत्र के समन्वयक डॉ. रेखा स्वर्णकार तथा नेहा भंडारी रहे। सत्र का संचालन विद्यार्थी अवनी बाहेती एवं भाविका खोतानी ने किया।